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CBSE Class 10 Hindi (A) Answer Key 2022 Set 2 Download
The Central Board of Secondary Education is a national-level board of education in India for public and private schools. And controlled and managed by the Government of India. CBSE 10th Hindi Exam was held successfully today. Students are eagerly waiting for question paper solution set or code-wise. Students are informed that CBSE 10 Hindi Term 2 Answer Key pdf Download.
1) मानवीय करुणा की दिव्य चमक पाठ में ी पंक्ति फ़ादर धरती में जा रहे हैं इस धरती से ऐसे रतन और पैदा होगा आशय स्पष्ट कीजिये
:- फ़ादर कामिल बुल्के वास्तव में रत्न थे। वे करुणा, सहानुभूति और ममत्व से भरपूर थे। वे सदा दूसरों में प्यार बाँटते थे। उनके मानवीय गुणों को याद कर फ़ादर पास्कल ने कहा कि धरती से ऐसे और रत्न पैदा हों।
2) फादर केमिली बुल्के ने संन्यास लेते समय क्या शर्त रखी और क्यों? मानवीय करुणा की देविया चमक पाठ के आधार पर बताइए |
:- फ़ादर बुल्के ने संन्यास लेते समय भारत जाने की शर्त रखी और इसका यह कारण था कि उनका मन भारत आने के लिए करता था।
3) खीरा खाने की चाहत होते हुए भी केवल सुनकर स्वाद का आनंद लेकर नवाब साहब ने खीरा क्यों नहीं खाया खीरा खिड़की से बाहर फेंक देने के बाद उनकी भावना कैसी थी लखनवी अंदाज़ पाठ के आधार पर लिखे ?
:- नवाब साहब ने बहुत ही यत्न से खीरा काटा,नमक-मिर्च बुरका,अंततः सूँघकर खिड़की से बाहर फेंक दिया। उनका यह बर्ताव स्वयं को खास दिखाने और लेखक पर अपनी अमीरी का रौब झाड़ने के लिए था। उनका ऐसा करना दंभ,मिथ्या-आडंबर,प्रदर्शन-प्रियता एवं उनके व्यवहारिक खोखलेपन की ओर संकेत करता है।
4) लखनवी अंदाज़ अध्याय में पाठकों के लिए क्या सन्देश निहित है
:- लखनवी अंदाज' नामक पाठ के माध्यम से लेखक यह संदेश देना चाहता है कि हमें अपना व्यावहारिक दृष्टिकोण विस्तृत करते हुए दिखावेपन से दूर रहना चाहिए। हमें वर्तमान के कठोर यथार्थ का सामना करना चाहिए तथा काल्पनिकता को छोड़कर वास्तविकता को अपनाना चाहिए जो हमारे व्यवहार और आचरण में भी दिखना चाहिए।
QUESTION 2 )
1) माता का आँचल पाठ में वर्णित खेल खिलौनों की दुनिया वर्त्तमान केलवानों की दुनिया से बेहतर थी क्यों कारण सहित उत्तर दीजिये
:- यह कहानी उस समय की कहानी प्रस्तुत करती हैं जब बच्चों के पास खेलने के लिए अत्याधिक साधन नहीं होते थे। वे लोग अपने खेल प्रकृति से ही प्राप्त करते थे और उसी प्रकृति के साथ खेलते थे। उनके लिए मिट्टी, खेत, पानी, पेड़, मिट्टी के बर्तन आदि साधन थे।परन्तु के बच्चों की दुनिया इन बच्चों से भिन्न है। आज के बच्चे टी.वी., कम्प्यूटर आदि में ही अपना समय व्यतीत करते हैं
2) जॉर्ज पंचम की नाक पाठ के आधार पर नाक ............. कैसे बन गए
:- जिस जॉर्ज पंचम की नाक के लिए सरकारी तंत्र के हुक्काम चिंतित थे, उसकी नाक तो अपने देश के लिए शहीद हुए बच्चों से भी छोटी थी अर्थात् जॉर्ज पंचम का सम्मान तो बलिदानी बच्चों के सामने कोई अहमियत ही नहीं रखता | हमारे देश में ऊँची नाक सम्मान के हकदार त्यागी और बलिदानी पूर्वजों के लिए है न कि जॉर्ज पंचम की मूर्ति के लिए |
QUESTION 3 )
1)
:- किसी भी कार्य को करने के लिए उत्साह की जरूरत होती है निराला जी भी समाज में नई परंपरा की स्थापना के लिए नई पीढ़ी में उत्साह जगाना चाहता है. समाज में एक नया बदलाव लाना चाहते हैं जिसके लिए युवा पीढ़ी में उत्साह का होना अत्यंत आवश्यक है. इस कविता में बादल के माध्यम से नई युवा पीढ़ी का आह्वान किया गया है, जिसमें जोश, ऊर्जा, उत्साह भरपूर मात्रा में हो क्योंकि इसके बिना समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार का अंत नहीं हो सकता.
2) अट नहीं रही है कविता के आधार पर लिखिए कि फाल्गुन का व्यक्ति के मन मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है
:-फागुन की सुंदरता इतनी गजब की है कि कवि के न चाहते हुए भी उसकी आँखें उसपर से हट नहीं रही है। ऐसा अक्सर होता है जब हम किसी अत्यंत खूबसूरत चीज या व्यक्ति को देखते हैं तो हमारी आँखें उसपर जैसे अनंत काल के लिए टिक जाती हैं।
3) 'कन्यादान' कविता में 'लड़की होना पर लड़की जैसी दिखाई न देने की बात क्यों कही गई है ?
:- लड़की होना पर लड़की जैसी दिखाई न देना अर्थात वह अपनी बेटी को अबला या कमज़ोर न बनने की सीख दे रही है। यह समाज लड़की को दुर्बल मानकर उसका शोषण करने लगता है।
4) कन्यादान' कविता में आई पंक्ति 'लड़की अभी सयानी नहीं थी' का आशय स्पष्ट कीजिए ।
:- कन्यादान कविता में ऐसा इसलिए कहा गया है कि लड़की को दुख बाँचना नहीं आता क्योंकि लड़की अभी सयानी नहीं हुई है। उसे दुनियादारी का अनुभव नहीं है। उसे जीवन के एक ही पक्ष का ज्ञान है। वह दुखों से अनभिज्ञ है क्योंकि माँ के घर पर दुखों से उसका कभी सामना नहीं हुआ था।
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